लेखनी कहानी -12-Apr-2022 शोर्ट स्टोरी लेखन # कच्ची उम्र में
निशा और कोमल दोनों बहुत ही अच्छी सहेलियां थी। कक्षा सात मे उनकी दोस्ती प्रसिद्ध थी अगर एक सहेली थोड़ा विलम्ब से आती थी तो दूसरी सहेली उसकी सीट रोकने के लिए पूरी कक्षा से लड़ जाती थी। दोनों ही दो जिस्म एक जान थी।कोमल पढ़ाई मे बहुत होशियार थी जबकि निशा औसत ।जब पहली बार निशा की क्लास मे कोमल आयी थी तो बहुत ही चुप रहती थी।गोरी गोरी सुंदर सी ,चुप सी रहने वाली कोमल निशा को पहले ही दिन भा गयी थी उसने पहले ही दिन जा कर उससे कहा ,"मेरी सहेली बनोगी ?"
तब से दोनों स्कूल मे सदा इकठ्ठी रहती थी।निशा कोमल की संगत मे रहकर होशियार होने लगी थी पढ़ाई मे।
दिन बीतने लगे अचानक से कोमल मे निशा को बहुत से परिवर्तन दिखने लगे।वो चहकने वाली कोमल एकदम से खोई खोई रहने लगी ।अगर निशा उससे कोई मजाक करती तो एकदम बिफर जाती ।जब निशा ने उसका बदला हुआ व्यवहार देखा तो एक दिन पूछ ही लिया ,"कोमल क्या बात हो गयी है तुम्हें आजकल बड़ी चिड़चिड़ी हो गयी हो ।" तो वह बोली ,"पता नही निशा मुझे कुछ आवाजें सी आती है।"
निशा का भी बाल मन था कुछ समझ नही पाया सोचा होगी कोई दिक्कत।फिर कोमल ने थोड़े दिनों बाद स्कूल छोड़ दिया ।इतनी होशियार लडकी पढाई मे भी पिछड़ गयी थी।
साल बीतते चले गये ।निशा कालेज मे प्रवेश कर गयी ।एक दिन वो अपने घर के आंगन मे बैठी थी उसने देखा तो हैरान रह गयी सामने एक डरी सहमी सी लड़की उनके चबूतरे पर चढ़ आयी और हांफते हुए बोली,"निशा प्लीज़ मुझे मेरे घर तक छोड़ दो ।मेरे पीछे दो लड़के पड़े है मै बचते बचाते तुम्हारे घर तक पहुंच पायी हूं अब प्लीज़ तुम मुझे मेरे घर तक छोड़ दो। निशा ने बाहर निकल कर देखा वास्तव में दो लड़के बाईक पर सवार हो कर कोमल की तांक मे बैठे थे।जैसे ही वह और उसकी मम्मी कोमल को लेकर बाहर आयी वो लड़के नौ दो ग्यारह हो गये।वे दोनों उसे उसके घर छोड़ आयी । रास्ते मे निशा की मम्मी की सहेली मिल गयी जो कोमल की गली मे रहती थी उसने बताया कि जिसे तुम घर छोड़ कर आयी हो अव्वल दर्जे की बदचलन लड़की है ।अभी थोड़े दिन पहले ही इसकी मां ने इसका बच्चा गिरवाया है अब जब से लड़कों के ये पता चला है कि ये ऐसी लड़की है इसका पीछा करते रहते है। निशा को जरा भी यकीन नही हुआ इस बात पर उसका मन मान ही नही रहा था कि कोमल ऐसी भी हो सकती है।
इस बात को काफी दिन हो गये । निशा भी अपनी पढ़ाई मे रम गयी साथ ही उसके लिए लड़के की तलाश होने लगी जल्द ही वह शादी करके ससुराल चली गयी ।एक दिन अचानक से निशा के पास कोमल की मां का फोन आया कि बेटे तुम्हारी उसके साथ अच्छी दोस्ती थी तुम बता सकती हो कोमल किस तरह की बातें करती थी दरअसल वो आई सी यू मे है और कोमा मे है। निशा ने जब ये सुना तो उसकी बैचेनी बढ़ गयी उसने अपने पति को साथ लिया और मायके आ गयी और सीधे अस्पताल पहुंची । जहां कोमल की मां उसका इंतजार कर रही थी।उसने जाते ही पूछा,"आंटी क्या हुआ था कोमल के साथ ?"
कोमल की मां ने जो बात बताई उसे सुनकर निशा के पैर तले की ज़मीन खिसक गयी कोमल की मम्मी ने बताया," बेटा तुम्हारे अंकल और मै दोनों नौकरी पर जाते थे हम सुबह सात बजे निकल जाते थे और शाम को भी घर आते आते लेट हो जाता था।कोमल घर मे अकेली रहती थी पहले तो बहुत होशियार थी पर जब उसमे शारीरिक बदलाव आये तो एक लड़की को मां की सब से ज्यादा जरूरत होती है मै कभी उसके पास ना रही।धीरे धीरे वह ख्याली दुनिया में रहने लगी ।उसने अपने आसपास एक अलग दुनिया बसा ली थी।एक दिन इस अकेलेपन के कारण उसके कदम बहक गये और वह प्रेगनेंट हो गयी बड़ी ही मुश्किल से उससे पिण्ड छुड़ाया। फिर लड़कों ने इसे ऐसी ही लड़की समझकर इसका पीछा करते थे। बहुत से लड़के सड़क पर चलती की इसका दुपट्टा खींच लेते थे। आखिर कोमल कब तक बर्दाश्त करती और एक दिन कोमा मे चली गयी।आज इसे छठा दिन है कोमा मे । डाक्टर बोलते है इसकी पिछली बाते कुछ पता हो तो इलाज मे मदद मिलेगी । इसलिए तुम्हारे पास फोन किया था।"
निशा बोली,"आंटी इससे ज्यादा तो मैं भी कुछ नही जानती।"
"बेटा डाक्टर कह रहे है बचने की उम्मीद नही है ।हाय!मेरी फूल सी बच्ची को हमारे ही कर्मों ने इस कगार पर लाकर खड़ा कर दिया।" कोमल की मां ने सुबकते हुए कहा।
निशा ढांढस बंधा कर घर चली आयी ।
अगले दिन पता चला कोमल इस निर्मम दुनिया से जा चुकी है अपने मां बाप के द्वारा दिया अकेलापन और उससे आयी बदनामी को ओढ़कर .......
जो
Reyaan
16-May-2022 04:17 PM
Very nice
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Shnaya
19-Apr-2022 07:56 PM
Very nice 👍🏼
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Horror lover
18-Apr-2022 07:48 PM
अच्छी कहानी बुनी है।
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